अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति पर कानूनी कार्यवाही करने के संदर्भ

चांदा ब्लास्ट प्रतिनिधी. अविनाश नागदेवे
सविनय निवेदन हैं, कि वर्धा जिला में कुछ समय सें अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति एवं उनके पदाधिकारीयों द्वारा लगातार सनातन संस्कृति, हिंदू साधु-संतो एवं हिन्दुओं के आस्था सें जुड़े पवित्र महाकुंभ महोत्सव कों लेकर लगातार समाज में दुष्प्रचार किया जा रहा हैं. जिसमें आम जनता एवं विद्यालय में विद्यार्थियों के बिच भाषनात्मक कार्यक्रम के माध्यम सें सनातन धर्म के खिलाफ अनापशनाप भाषण देकर, जिसमें भागवत गिता और रामायण जैसे महान ग्रंथो कों काल्पनिक बता कर हिंदू धर्म कि आस्था के साथ खिलवाड़ करने कि कोशिश हो रही हैं, तथा सनातन संस्कृति के विषय में गलत जानकारी प्रस्तुत कर अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति एवं उनके पदाधिकारीयों द्वारा हिंदूओं कि भावनाओं कों ठेस पहुंचाया जा रहा हैं. देखा जाए तों अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति द्वारा हमेशा सें सिर्फ सनातन धर्म पर ही घात किया जा रहा हैं. जिससे प्रतीत होता हैं, कि अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति सनातन धर्म विरोधी समिति हैं. ऐसे संगठनों द्वारा देश में युवा वर्ग एवं आम जनता के मन में सनातन धर्म कों लेकर गलत प्रचार-प्रसार किया जा रहा हैं. जिस भारत देश मे सर्वोच्च न्यायालय मे पवित्र ग्रंथ गिता पर हाथ रखकर सौगंध दिलाई जाती है, उसी भागवत गिता में लिखे शब्दों को काल्पनिक एवं ढोंग बताया जा रहा है. महाराष्ट्र और भारत देश मे ऐसे संगठन पर प्रतिबंध लगना बेहद जरुरी है. महोदय आपसे निवेदन हैं, कि भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 295ए एवं अन्य धाराए लगाकर अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति एवं उनके पदाधिकारी पर जल्द सें जल्द कार्यवाही कि जाए.
इस विषय पर जल्द सें जल्द कार्यवाही ना होने पर अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के विरोध में तीव्र आंदोलन किया जाएगा.